टीआई के बाद एएसआई सस्पेंड,तस्करी के सूत्र तलाश रही पुलिस

डिंडोरी -शहपुरा थांनांतर्गत पड़रिया गाँव में दूसरे दिन भी सर्चिंग के दौरान बड़ी मात्रा मै गांजा जप्त किया गया है। जिसकी मात्रा लगभग 90 किलो बतलाई गईं है। यह गांजा गाँव के नजदीक नाला में लावारिश हालत मै पाया गया। इसके पूर्व रविवार को एस टी एफ और पुलिस ने ज़मीन में गड़ा 940 किलो गांजा जप्त किया गया था। जिसके बाद सोमवार को भी सर्चिंग अभियान चलाया गया है।एक ही जगह से भारी मात्रा में गांजा की खेप मिलने से सनसनी फैल गई है।पूरे मामले में लापरवाही मानते हुये थाना प्रभारी शिवलाल मरकाम के बाद बीट प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक चेतराम परस्ते को भी सस्पेंड कर दिया गया है।फिलहाल पुलिस गांजा तस्करी और भंडारण से जुड़े तमाम सुराग तलाश कर रही है।इस बीच शहपुरा में तरह तरह की चर्चाओं का दौर जारी है।

गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्तर के मोस्ट वांटेड आरोपियों की तलाश में रविवार की अल सुबह STF, TSF और वन विभाग ने शहपुरा थानांतर्गत उमरिया मार्ग पर ग्राम पड़रिया कला के धनगांव के दादरा टोला में स्थित बहेलिया बस्ती में संयुक्त रूप से दबिश दी थी।कार्रवाई के दौरान टीम को शिकार के वांछित आरोपी मौके पर नहीं मिले,लेकिन घर के अंदर और जमीन में गड़ा कर रखा गया गांजा का जखीरा जप्त किया गया।जिसकी कीमत लगभग तीन करोड़ और मात्रा 9 क्विंटल 40 किलो के आसपास बतलाई गई है।इसके साथ ही शिकार में प्रयुक्त एक दर्जन चाकू,जानवर फसाने के फंदे,वन्य प्राणियों के कृत्रिम अंग तैयार करने की सामग्री,12 रेसर बाइक और 52 से अधिक संख्या में देशी बम और बम बनाने के उपकरण जप्त किये गये हैं। मामले में एसटीएफ ने चार आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की थी।जिनमे वकील पिता राजपूत बहेलिया 29 साल निवासी पड़रिया शहपुरा के साथ तीन नाबालिग शामिल हैं।कार्रवाई में STF, TSF और शहपुरा,मेहंदवानी और शाहपुर वन विभाग के 70 अधिकारी और कर्मचारी शामिल रहे।जानकारी के मुताबिक स्पेशल टास्क फोर्स और टाइगर स्ट्राइक फोर्स को शहपुरा थानांतर्गत पड़रिया ददराटोला की बहेलिया बस्ती में वाइल्ड लाइफ के मोस्ट वांटेड शिकारियो के छुपे होने की सूचना प्राप्त हुई थी।जिसके मद्देनजर STF और TSF ने स्थानीय वन अमले के साथ रविवार की सुबह 4 बजे बहेलिया बस्ती के 13 घरों की घेराबंदी करके दबिश दी।शिकारियों को गिरफ्तार करने गई एसटीएफ,TSF और वन विभाग की टीम ने सर्चिंग के दौरान पाया कि सभी 13 घरों के सामने 13 झोपड़ीनुमा डेरा भी थे।जिनमे तलाशी करते हुये टीम ने गांजा की खेप पकड़ी और शहपुरा पुलिस को सूचना दी।जिसके बाद सुबह 9 बजे मौके पर पहुंची शहपुरा ने पूछताछ करते हुये घरों के आसपास जेसीबी से खुदाई कराई।जिसमे जमीन के अंदर से पन्नी में लपेटकर रखे गये पैकेट जप्त किये गये।सभी पैकेटों में गांजा छुपाकर रखा गया था।

जानकारी के मुताबिक लगभग 12 वर्ष पहले बहेलिया जनजाति के लोग जिले के पड़रिया धनगांव में आकर बसे हैं। उन्होंने यहां आकर घर बनाने के साथ सांठगांठ कर स्थानीय तौर पर आधार कार्ड सहित सरकारी दस्तावेज भी बनवा लिए हैं। इस बाबद थाना प्रभारी शहपुरा की लापरवाही पर SP वाहिनी सिंह ने थाना प्रभारी शिवलाल मरकाम को रविवार को निलंबित कर दिया था।

गिरोह की तलाश में जुटी पुलिस

गांजा के विरुद्ध अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई के बाद गिरोह की तलाश में पुलिस और खुफिया तंत्र जुट गया है।इसके साथ ही तस्करों को स्थानीय तौर पर मिले सहयोग की भी पड़ताल जारी है।एसटीएफ के साथ स्थानीय पुलिस गांजा तस्करी के रूट,ठिकानों और तरीकों की पतासाजी में लग गई है।